सूरतगंज बाराबंकी। ऑपरेशन त्रिनेत्र योजना के तहत ब्लॉक क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में ग्राम पंचायतों की ओर से लगाए गए कई सीसीटीवी कैमरे या तो खराब हो गए हैं या फिर उन पर धूल जम गई है। शोपीस बने इन कैमरों की मरम्मत को लेकर कोई भी जिम्मेदार आगे आने को तैयार नहीं है।
बतादें कि सरकार की मंशा थी कि शहरों की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में भी नजर रखी जा सके। इसलिए ब्लॉक सूरतगंज क्षेत्र की 103 ग्राम पंचायतों में आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए हजारों रूपये की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। मौजूदा समय में कई ग्राम पंचायतों के दर्जनों कैमरे खराब पड़े हुए हैं। ग्राम बोदामऊ मजरे मीरपुर के ग्रामीणों ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे करीब एक वर्ष से खराब पड़े हुए हैं। ऐसे में अगर कोई आपराधिक घटना घटती है तो इसका पता नहीं चल पाएगा। जांच के लिए पुलिस को भी साक्ष्य जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि कई बार ग्राम प्रधान को इस बारे में बताया गया, लेकिन बजट न होने की बात कहकर वह अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। इस संबंध में ग्राम विकास अधिकारी अमित कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जानकारी मिली है जो भी कैमरे खराब है उनको कल ही ठीक करवा दिया जाएगा। वहीं बीडीओ देवेंद्र प्रताप सिंह ने भी कैमरे दुरुस्त कराने के लिए संबंधित सचिव को निर्देशित कर दिया है।
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